परिचय
भारतीय रेलवे एक सेवा उन्मुख व्यावसायिक संगठन है. वाणिज्यिक विभाग रेलवे के कार्यकारी विभागों में से एक है जो कि ग्राहकों के साथ सीधे सम्बंध रखने वाली सभी गतिविधियों का प्रबंधन देखता है. वाणिज्यिक विभाग रेलवे परिवार काकमाने वाला सदस्य है और रेल्वे द्वारा प्रदत्त परिवहन सेवाओं का विक्रय, यातायात का सृजन एवं बढावा देना, यात्रियों और व्यापारियों के साथ मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध बनाना इस विभाग का उत्तरदायित्व है. वाणिज्य विभाग यात्रा के दौरान और बाद में, पहले आराम प्रदान करने के लिए समर्पित है. रेल उपयोगकर्ताओं कोसेवाएं और सुविधाएं उपलब्ध कराने के क्रम में, निम्न गतिविधियों का संचालनवाणिज्यिक विभाग द्वारा किया जा रहा है: -
- यात्रियों व अन्य उपयोगकर्ताओं को आरक्षण संबंधी व ट्रेनों के चलने संबंधी आवश्यक सूचनाएं प्रदान करना
- अनारक्षित व आरक्षित टिकिट जारी करना
- माल, पार्सल, सामान, पशु धन यातायात को बुक करना, लदान करना, उनका वहन करना, व गंतव्य पर उसकी सुपुर्दगी प्रदान करना
- खानपान व अन्य यात्री सुविधायें प्रदान करना
- यात्रियों को प्रतीक्षालय,विश्रामालयों व ट्रेनों में व्यवस्थित करना.
- ग़ाडियों व स्टेशनों पर टिकिट की जॉच करना, बिना टिकिट यात्रियों व अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों से आवश्यक प्रभार वसूल करना, बिना बुक किये गये सामान को बुक करना .
- यात्रियों से संबंधित यदि किसी प्रकार के दावे हैं तो उनका अंतिम निपटारा करना.
- जन संपर्क बनाये रखना.
- जनशिकायतों का निपटारा करना.
- जन साधारण टिकिट बुकिंग सेवक नियुक्त करना, रेल ट्रेवल सर्विस एजेंट नियुक्त करना, सिटी बुकिंग एजेंसी व सिटी बुकिंग ऑफिस प्रदान करना
यह प्रत्येक वाणिज्य संगठन का प्रमुख उद्देश्य है कि प्रत्येक उपभोक्ता संगठन द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं से मानसिक व शारीरिक रुप से संतुष्ट हो. इसी व्यवस्था का पालन करते हुये यद्द्पि भारतीय रेल एक वाणिज्य संगठन है, तथापि इसका प्रमुख एंव प्रथम उद्देश्य सेवा करना व दूसरा उद्देश्य लाभ कमाना है. संगठन द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं को व्यापक प्रचार प्रसार के द्वारा सही रुप से इसके उपयोगकर्ताओं को उपलब्ध कराकर वाणिज्य विभाग संगठन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रहा है